हालही में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा विस्तारित बजट सत्र में एक ‘श्वेत पत्र’ (White Paper) जारी किया गया है। इसमें UPA सरकार की पिछले 10 साल यानी (2004-2014) तक देश की आर्थिक प्रगति का विवरण बताया गया है। इसे सरकार की ओर से केंद्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया है। इतना ही नहीं केंद्र सरकार को घेरते हुए विपक्ष पार्टि ने इसके विपरित ‘ब्लैक पेपर’ (Black Paper) जारी किया है। जिसके बाद ये मामला बजट सत्र के मुख्य मुद्दा बन गया है।
ऐसे में कई लोगों के मन में White Paper और Black Paper को लेकर कई सवाल होंगे । तो चलिए जानते हैं क्या होता है ‘श्वेत पत्र’ और ‘ब्लैक पेपर’। इसके साथ ही हम दोनों में अंतर भी जानेंगे।
वाइट पेपर:
- यह एक सरकारी दस्तावेज होता है जो किसी नीति, योजना, या कार्यक्रम के बारे में जानकारी और प्रस्तावों को प्रस्तुत करता है।
- श्वेत पत्र का उद्देश्य जनता को जानकारी देना और उनसे प्रतिक्रिया प्राप्त करना। इसके साथ ये नीति निर्माताओं को बेहतर निर्णय लेने में मदद करना। इससे एक मुद्दे के बारे में पारदर्शिता और खुलापन बढ़ता है।
प्रारूप:
- नीति निर्माताओं को बेहतर निर्णय लेने में मदद करना।
- एक मुद्दे के बारे में पारदर्शिता और खुलापन बढ़ाना।
- आमतौर पर एक सफेद रंग के कवर में बंधा होता है।
- इसमें आधिकारिक भाषा का प्रयोग होता है।
- इसमें तथ्य, आंकड़े, और विश्लेषण शामिल होते हैं।
ब्लैक पेपर:
- परिभाषा: यह एक दस्तावेज होता है जो किसी नीति, योजना, या कार्यक्रम के आलोचनात्मक दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है।
- ब्लैक पेपर का उद्देश्य जनता को जानकारी देना और उनसे प्रतिक्रिया प्राप्त करना। यह नीति निर्माताओं को बेहतर निर्णय लेने में मदद करना।
- प्रारूप:
- आमतौर पर एक काले रंग के कवर में बंधा होता है।
- इसमें आलोचनात्मक भाषा का प्रयोग होता है।
- इसमें कमियां, त्रुटियां, और विसंगतियां शामिल होती हैं।
- जनता को एक मुद्दे के बारे में जागरूक करना।
- सरकार को बेहतर नीतियां बनाने के लिए प्रेरित करना।
उदाहरण:
- वाइट पेपर: भारत सरकार द्वारा 2023 में जारी “राष्ट्रीय शिक्षा नीति”
- ब्लैक पेपर: विपक्षी दल द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर जारी “आलोचनात्मक टिप्पणी”
अंतर:
विशेषता | वाइट पेपर | ब्लैक पेपर |
---|---|---|
उद्देश्य | जानकारी देना, प्रतिक्रिया प्राप्त करना | आलोचना करना, जागरूक करना |
भाषा | आधिकारिक | आलोचनात्मक |
प्रारूप | सफेद कवर | काला कवर |
- वाइट पेपर और ब्लैक पेपर दोनों ही महत्वपूर्ण दस्तावेज होते हैं जो नीति निर्माण में योगदान करते हैं।
- इन दोनों दस्तावेजों को पढ़ने से आपको किसी मुद्दे के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होती है।
- वाइट पेपर और ब्लैक पेपर का उपयोग अक्सर राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर बहस को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
- इन दस्तावेजों का उपयोग सरकारों और अन्य संगठनों द्वारा अपनी नीतियों और योजनाओं को जनता के सामने प्रस्तुत करने के लिए भी किया जाता है।
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