Sanitary Pads For Women
क्या आप जानते है सैनिटरी पैड्स बन सकते है आपकी मौत की वजह? और क्या आप जानते है की पैड्स का आविष्कार महिलाओं के लिए नहीं,पुरुषो के लिए किया गया था?
नवंबर 2022 में दिल्ली के NGO ने देश के 10 पॉपुलर सैनिटरी पैड्स पर स्टडी किया था। जिसमे ये सामने आया की जितने भी पैड्स मार्केट में अवेलेबल है उन सभी में Volatile Organic Compounds और phthalates जैसे केमिकल्स पाए गए थे।
आपको बता दे की कोरिया की 30,000 से ज्यादा महिलाएं एक साथ रिप्रोडक्टिव हेल्थ इश्यू से परेशान होने लगी। जब इस बात की जांच हुई तब यह बात सामने आई की वह सभीमहिलाएं एक ही कंपनी का पैड इस्तेमाल करती थी। इस बात को लेकर जब आगे जांच की गई तब ये बात सामने आई की जिस कंपनी के पैड का इस्तेमाल वह महिलाएं करती थी, उन पैड्स में Voc और phthalates नाम के केमिकल मौजूद थे।
महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स को यह केमिकल बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकते है। प्राइवेट पार्ट हमारे शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा होता है। डॉक्टर्स का भी कहना है की किसी भी प्रकार का केमिकल प्राइवेट पार्ट्स के संपर्क में नहीं आना चाहिए क्योंकि उससे बीमारी जल्दी फैलती है। सवाल यह उठता है की इस मुद्दे पर इतनी बेदरकारी क्यों? भारत में सैनिटरी पैड्स में इस्तेमाल हो रहे केमिकल्स के लिए कोई भी रेगुलेशन नही है।
अगर आप ध्यान से देखे तो पैड्स पर कही भी इंग्रेडिएंट्स नही लिखे होते है, क्युकी इसे मेडिकल प्रोडक्ट की कैटेगरी में माना गया है।