CATEGORIES

April 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930  
Wednesday, April 2   12:56:00

कितने अमीर हैं गुजरात के नवनिर्वाचित विधायक?

12-12-2022, Monday

गुजरात विधानसभा में चुने हुए विधायकों को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले 182 विधायकों में से कुल 151 विधायक करोड़पति हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और गुजरात इलेक्शन वॉच (Gujarat Election Watch) द्वारा की गई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है।
साल 2017 के चुनावों में जीत हासिल करने वाले करोड़पति (एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति) विधायकों की संख्या 141 थी। इस बार विधानसभा में चुनकर आए 83 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं।इस रिसर्च में यह पता चला है कि सत्तारूढ़ बीजेपी के 132 विधायक करोड़पति हैं, उसके बाद कांग्रेस के 14, तीन निर्दलीय के अलावा आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी का एक-एक विधायक करोड़पति है।

गौरतलब है कि बीजेपी ने 182 सदस्यीय सदन में रिकॉर्ड 156 सीट जीतकर गुजरात में लगातार सातवीं बार जीत हासिल की है।

इन 151 करोड़पति विधायकों में से 73 विधायकों के पास पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है और 73 के पास दो करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये के बीच की संपत्ति है।गुजरात में विजेता उम्मीदवार की औसत संपत्ति अब 16.41 करोड़ रुपये है, जो 2017 के आंकड़े 8.46 करोड़ रुपये से लगभग दोगुनी है।

अध्ययन के मुताबिक 661 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ बीजेपी के मनसा से विधायक जे एस पटेल सबसे अमीर विधायक हैं।इसके बाद सिद्धपुर से बीजेपी के ही विधायक बलवंतसिंह राजपूत (372 करोड़ रुपये) दूसरे स्थान पर जबकि तीसरे स्थान पर भी बीजेपी के राजकोट दक्षिण सीट से विधायक रमेश तिलाला (175 करोड़ रुपये) हैं।

एडीआर द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक 74 विधायक फिर से चुने गए और उनकी संपत्ति में औसतन 2.61 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है, जो 2017 की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है।एडीआर चुनाव सुधारों के लिए काम करता है और विधायकों के स्व-शपथपत्रों का विश्लेषण करने के बाद ऐसी रिपोर्ट तैयार करता है।

अध्ययन से पता चलता है कि इस बार चुन कर आए छह विधायक पीएचडी हैं, 19 विधायक स्नातकोत्तर हैं, 24 स्नातक हैं, छह डिप्लोमा धारक हैं, 86 विधायकों ने कक्षा पांच से 12वीं कक्षा के बीच पढ़ाई की है, जबकि सात विधायकों ने खुद को साक्षर घोषित किया है।उम्र के मामले में दो विधायक 29 साल के हैं जबकि दो 75 वर्ष की उम्र के हैं।