2 May 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के यूरोप दौरे के पहले दिन जर्मनी पहुंचे। यहां उन्होंने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ डेलिगेशन लेवल मीटिंग की। इसके बाद पीएम ने जर्मनी की राजधानी बर्लिन में रहने वाले भारतीय समुदाय को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने दुनिया भर में भारत की बढ़ती धमक के साथ देश में आ रहे नए बदलाव के बारे में बात की। अपने संबोधन के बीच में कांग्रेस पर सियासी तंज किया। हम आपको प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें बता रहे हैं।
- मां भारती की संतानों से जर्मनी में मिलने का मौका मिला
ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे मां भारती की संतानों से आज जर्मनी में आकर मिलने का अवसर मिला है। आपका प्यार और आशीर्वाद मेरी बहुत बड़ी ताकत है। आज का भारत मन बना चुका है, संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है। जब किसी देश का मन बन जाता है तो वो देश नए रास्तों पर भी चलता है और मनचाही मंजिलों को हासिल करके दिखाता है।
2. कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि अब किसी प्रधानमंत्री को नहीं कहना पड़ेगा कि एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसे पहुंचता है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था। बता दें कि उनका इशारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरफ था, जिन्होंने 90 के दशक में यह बयान दिया था।
3. हमने बिना बिचौलिए के लोगों के खाते में सीधे लाभ पहुंचाया
पीएम ने करीब एक घंटे की अपनी स्पीच में अपनी सरकार के कामकाज गिनाए। पीएम ने कांग्रेस पर इशारों-इशारों में खूब चुटकी ली। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बड़ी संख्या में लोगों के खाते में सीधे लाभ पहुंचा है। बिना किसी बिचौलिए के। कोई कट मनी नहीं। पहले देश एक, लेकिन संविधान 2 थे। उन्हें एक करने में इतनी देर क्यों लगी? 7 दशक हो गए, एक देश एक संविधान लागू करते करते, लेकिन वो अब हमने लागू किया है।
4. नया भारत रिस्क लेता है, इनोवेट करता है
भारत में बदलते कारोबारी माहौल पर पीएम ने कहा कि नया भारत अब सिर्फ सिक्योर फ्यूचर की नहीं सोचता, बल्कि रिस्क लेता है, इनोवेट करता है, इन्क्युबेट करता है। मुझे याद है, 2014 के आसपास, हमारे देश में 200-400 ही स्टार्टअप्स हुआ करते थे। आज 68 हजार से भी ज्यादा स्टार्ट अप्स हैं, दर्जनों यूनिकार्न हैं। आज सरकार निवेशकों के पांवों में जंजीर डालकर नहीं, उनमें जोश भरकर, उन्हें आगे बढ़ा रही है।
5. आज भारत हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा
पीएम ने अपनी सरकार का बखान करते बताया कि आज भारत ईज ऑफ लिविंग, क्वालिटी ऑफ लाइफ, ईज ऑफ इम्प्लॉयमेट-क्वालिटी ऑफ एजुकेशन, ईज ऑफ मोबिलिटी- क्वालिटी ऑफ ट्रैवल, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस-क्वालिटी ऑफ सर्विस और क्वालिटी ऑफ प्रोडक्ट। हर क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है, नए आयाम स्थापित कर रहा है।
6. आज भारत में स्टार्ट अप्स का भारत में नेचुरल वातावरण
मुझे याद है मैं गुजरात में सीएम की नौकरी करता था तो बाबुओं से पूछता कि बच्चे क्या करते हैं तो कहते थे IAS की तैयारी कर रहे हैं। आज भारत सरकार के बाबुओं से पूछता हूं कि बच्चा क्या करता है तो कहते हैं कि स्टार्ट अप में लग गया है। आज नए ड्रोन बनाना हो, नया काम करना हो तो भारत में नेचुरल वातावरण है। यह बहुत बड़ा परिवर्तन है।
7. देश बदल गया है, अब भारत छोटा नहीं सोचता
पीएम मोदी ने कहा, पहले जहां जाइए, वर्क इन प्रोग्रेस का बोर्ड लगा होता था। अब देश भी वही है, फाइल भी वही है, सरकारी मशीनरी भी वही है, लेकिन देश बदल गया है। अब भारत छोटा नहीं सोचता। भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी सबसे तेज है। अब 5जी आने वाली है। उन्होंने कहा कि भारत आज छोटा नहीं सोचता। रियल टाइम पेमेंट में सबसे अधिक भागीदारी भारत की है।
8. आज भारत में सरकार नहीं बल्कि करोड़ों लोग ड्राइविंग फोर्स हैं
पीएम ने कहा- सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी कि जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने, देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया। अब आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के करोड़ों लोग ही ड्राइविंग फोर्स हैं।
9.अभी से टोलियां बनाकर हर किसी को योग सिखा दो
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने योग का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारा योग, हमारी ट्रेडिशनल मेडिसिन हमारी ताकत हैं। भारत के ऋषि मुनियों के योग की इतनी ताकत है कि आप नाक पकड़ना सिखाकर भी डॉलर कमा सकते हैं। 21 जून को इंटरनेशनल योग डे है अभी से टोलियां बनाकर हर किसी को योग सिखा दो।
10. हम तो वसुधैव कुटुंबकम वाले लोग हैं
भारत का हर घर अब एलईडी का उपयोग कर रहा है। 37 करोड़ बल्ब ऊर्जा योजना में बांटे है। इससे 48 अरब किलो वॉट हर घंटे बिजली बची है। चार करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन कम हुआ है। देश में 500 दिनों में 50 हजार तालाब बनेंगे या पुराने तालाबों को ठीक किया जाएगा। आप इस अभियान से जुड़ सकते हैं। आप जिस गांव से आए हैं वहां अमृत सरोवर बनाने में सहयोग करें। हम तो वसुधैव कुटुंबकम वाले लोग हैं।
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