रिलायंस समूह के मालिक मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिली विस्फोटक कार मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपनी चार्जशीट में सचिन वाजे एंड कंपनी की साजिश का पर्दाफाश किया है, जिसमें तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। हालांकि आरोप पत्र में सीधे तौर पर उनका नाम नहीं है, लेकिन एक साइबर एक्सपर्ट के हवाले से कहा गया है कि सिंह ने जैश उल हिंद की धमकी वाला फर्जी टेलीग्राम मैसेज बनाने के लिए साइबर एक्सपर्ट को पांच लाख रुपये दिए थे। इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या परमबीर सिंह जांच को गुमराह करना चाहते थे।
एनआईए ने एंटीलिया विस्फोटक कांड और कारोबारी मनसुख हिरेन हत्या के मामले में 10 हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार कर कोर्ट को सौंपी है जिसमें कहा गया है कि साइबर एक्सपर्ट ने 5 अगस्त को एनआईए के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। उसने कहा कि 9 मार्च 2021 को एक प्रशिक्षण के सिलसिले में मुंबई पुलिस कार्यालय गया था। उसी बैठक में उसने परमबीर सिंह को टेलीग्राम चैनल पर जैश उल हिंद का 27 फरवरी को जिम्मेदारी लेने वाला एक पोस्ट दिखाया था।
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