सुप्रीम कोर्ट ने CBSE और ICSE के परीक्षाओं को रद्द करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया और छात्रों के परीक्षा पैटर्न का मूल्यांकन करने के लिए बोर्ड द्वारा लाई गई मूल्यांकन योजना को आगे बढ़ाने की भी अनुमति दी। मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने CBSE व ICSE ने 12वीं के मूल्यांकन स्कीम को सही और तार्किक करार दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने मूल्यांकन स्कीम में स्कूलों द्वारा धांधली की आशंका के आरोप पर भी किसी तरह का आदेश पारित करने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि इसके लिए बाकायदा एक रिजल्ट कमेटी होगी, जो इस पर गौर करेगी। कमेटी में स्कूल के ही नहीं बल्कि बाहरी सदस्य भी होंगे।
वहीं, जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने छात्रों को शुरुआत में मूल्यांकन स्कीम या परीक्षा में बैठने में से किसी एक विकल्प को चुनने की मांग को ठुकरा दिया। इसके साथ ही 12वीं की फिजिकल परीक्षा जुलाई में ही आयोजित कराने की मांग को भी ठुकरा दिया है।।
More Stories
पाकिस्तान की शर्मनाक करतूत: शहीद सैनिकों के शव गधे पर लादकर ले जाने का वीडियो हुआ वायरल!
दिल्ली चुनाव 2024: AAP की पहली लिस्ट में बीजेपी और कांग्रेस के ‘बागी’ नेताओं की एंट्री, क्या है इसके पीछे की साजिश?
ग़रीब बच्चों के भविष्य को बचाने की बजाय, सरकारी नंदघर बन गए हैं खंडहर – क्या है इस भ्रष्टाचार की कहानी?