आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 77वीं जयंती है। वह आज तक भारत के सबसे कम उम्र के प्रधान मंत्रीरहे थे आज का दिन पुरे देश भर में सद्भावना दिवस के रूप में भी जाना जाता है- इसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकीकरण और विभिन्न समुदायों के बीच शांति को बढ़ावा देना है।
भारत ने आजतक जितनी भी प्रमुख सफलताओं को देखा है उनका श्रेय राजीव गांधी को ही जाता है। उन्होंने अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बीज बोए। राजीव गांधी की सरकार ने जमीनी स्तर से नेताओं को सशक्त बनाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत किया।
एक सच्चे दूरदर्शी के रूप में राजीव गांधी ने भारत में IT और टेलेकम्युनिकशन्स क्रांति का नेतृत्व किया। राजीव गांधी ने देश भर में उच्च शिक्षा कार्यक्रमों का विस्तार करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति का भी बीड़ा उठाया। राष्ट्र निर्माण में युवाओं की शक्ति का उपयोग करने के लिए उन्होंने मतदान की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष कर दी। राजीव गांधी के शासनकाल में भारत ने तेजी से तकनीकी प्रगति, सामाजिक-आर्थिक सुधार, संसाधन-आधारित कृषि विकास को भारत को एक उभरती हुई शक्ति बनाते हुए देखा।
राजीव गांधी भारत के सबसे युवा प्रधान मंत्री और एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिल और दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने करोड़ों भारतीयों के बीच आशा और वादे को प्रेरित किया और भारत को एक सच्ची वैश्विक शक्ति के रूप में देखा और अपने युग के दौरान हासिल किए गए मील के पत्थर को उजागर किया।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 77वीं जयंती के मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता को याद किया और वीरभूमि जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आज़ाद और अधीर रंजन चौधरी ने भी वीररभूमि पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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