इज़रायल और हमास के बीच शुरू हुई इस ताज़ा हिंसा से जुड़े कई विडियोज़ इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं| इनमें एक विडियो इज़रायल डिफेंस फोर्सेज़ का भी है| इसे IDF ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया इसमें 11 मई की रात का एक घटनाक्रम है| विडियो में हमें इज़रायल का आसमान दिखता है| यहां दनादन दर्ज़नों रॉकेट आते दिखाई दिए हैं|इज़रायल और हमास के बीच जंग चल रही है| फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास 10 मई की शाम से ही इज़रायल पर रॉकेट हमले कर रहा है. जवाब में इज़रायल भी फिलिस्तीनी इलाकों पर हवाई बमबारी कर रहा है|
माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच इस जंग की शुरुआत रविवार 9 मई 2021 को हुई थी। किंतु इस विवाद का संबंध तकरीबन 73 साल पुराना है।
दरअसल, इज़रायल के गठन से पहले 1948 में यहूदी रिलिजन एसोसिएशन के अधीन आने वाले घरों को खाली करने के निर्देश दिए गए थे। इसका पालन करते हुए इज़रायल में स्थिति शेख जर्रा नामक जगह में रहने वाले 70 फिलिस्तीनियों को हटाकर यहूदियों को बसाया जाने लगा। लेकिन फिलिस्तीनी कोर्ट के इस आदेश से नाखुश थे, उन्होंने ने इसके लिए विरोध में इज़रायल में जगह-जगह पर आंदोलन किए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इज़रायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष की दूसरी वजह यरुशलम-डे बताया जा रहा है। गौरतलब है कि 1967 में हुए अरब-इज़रायल युद्ध में इज़रायल की जीत के जश्न के रूप में यरुशलम-डे मनाया जाता है। 10 मई यानी यरुशलम-डे पर इज़रायल , यरुशलम से वेस्टर्न वॉल तक मार्च करते हुए प्रार्थना करते हैं। बता दें कि वेस्टर्न वॉल यहूदियों का एक पवित्र स्थल माना जाता है। इस मार्च के दौरान भी हिंसा हुई थी। इसी दिन इज़रायल सुप्रीम कोर्ट में फिलिस्तीनी परिवारों को निकाले जाने के मामले में सुनवाई होनी थी। लेकिन हिंसा को देखते हुए इसे टाल दिया गया है।
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