रूस में हाल ही में विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व टेक कंपनियों पर सख्ती शुरू की है। ट्विटर सहित गूगल, फेसबुक व अन्य प्लेटफॉर्म पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
सरकारी जनसंपर्क नियामक एजेंसी के मुताबिक, ट्विटर पर रूस में प्रतिंबंधित कंटेंट डिलीट न करने या उन्हें डिलीट करने में देरी के आरोप हैं। इसमें चाइल्ड पॉर्नोग्राफी, मादक पदार्थ बिक्री और बच्चों को आत्महत्या के उपकसाने से संबंधित कंटेट प्रमुख है।
इसी के चलते रूस ने प्रतिबंधित कंटेंट ना हटाने पर अमेरिका टेक कंपनी ट्विटर पर 9 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। अब तक ऐेसे 6 मामले सामने आए हैं जिनमें यह जुर्माना तय किया गया है। इनकी सुनवाई मॉस्को की अदालत में हो रही है।
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