देश में चल रही कोरोना महामारी की दूसरी लहर को कम करने में टीकाकरण अभियान फिलहाल सबसे महत्पपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
लेकिन टीकों की कमी के कारण कई जगह टिकाकरण अभियान या तो टाल दिया गया है, या तो उसे पूरी तरह रोक दिया गया है।
इस बीच आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि देश में कई दूसरी कंपनियों को भी कोविड वैक्सीन बनाने का लाइसेंस दिया जाना चाहिए। लेकिन आज उन्होंने ट्वीट कर अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया है।
बता दें कि गडकरी ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि ‘यदि टीके की आपूर्ति के मुकाबले उसकी मांग अधिक होगी तो इससे समस्या खड़ी होगी, इसलिए एक कंपनी के बजाय 10 और कंपनियों को टीके का उत्पादन करने में लगाया जाना चाहिए। इसके लिये टीके के मूल पेंटेंट धारक कंपनी को दूसरी कंपनियों द्वारा दस प्रतिशत रॉयल्टी का भुगतान किया जाना चाहिए.। उन्होंने कहा था कि देश भर की लैब्स में वैक्सीन का फॉर्मूला शेयर किया जाना चाहिए. यह सुझाव पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दे चुके है।
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