पाकिस्तान आर्थिक रूप से बेहाल है, ऐसे में चुनाव पर 42 अबज का खर्च करके पाकिस्तान के इतिहास में सबसे महंगा चुनाव दर्ज हुआ है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी बेगम बुशरा को अनेकों मामलों के अंदर आरोपी साबित करते हुए जेल भेज दिया गया है। लेकिन, चुनाव को लेकर इमरान खान जेल से भी एआई इंटेलिजेंस के द्वारा जोरदार प्रचार में जुटे थे।उन्होंने नवाज़ शरीफ और सैन्य को जोरदार झटका दिया है। फलस्वरूप नई सरकार में इनका रोल किंगमेकर का बन सकता है।
मतगणना
जारी होने के बावजूद भी नवाज़ शरीफ़ ने पीएमएल_ एन को सबसे बड़ी पार्टी घोषित कर दिया है। मतगणना में इमरान खान की पार्टी पीटीआई समर्थित अपक्ष उम्मीदवार सबसे आगे हैं। केंद्र में पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व है। ऐसे में नई सरकार में इनका रोल किंगमेकर का हो सकती है। अगर पाकिस्तान में त्रिशंकु सरकार बनती है तो कोई न्यू बात नही होगी,क्योंकि सत्ता के लिए कुछ भी करने को एक के नेता तत्पर है।नवाज शरीफ ने तो गठबंधन की सरकार बनानेंकी भी बात कह दी है।
मुख्य बात तो यह है कि इस चुनाव का खर्च 42 अबज हुआ है , जो सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं के खर्च को जोड़ते हुए 47 अबज का आंकड़ा पार कर सकता है। यूं पाकिस्तान के इतिहास में यह चुनाव सबसे महंगा चुनाव दर्ज हुआ है।
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