वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day) 14 फरवरी 2024 के दिन मनाया जाता है। लेकिन इसका उत्सव 1 हफ्ते पहले ही शुरू हो जाता है। आज, 10 फरवरी को Teddy Day के रूप में मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी या दोस्त या कोई भी रिश्ता हो, एक दुसरे को टेडी तोहफे में देते हैं।
टेडी एक ऐसा खिलौना है जो सबके पास एक न एक बार तो अपने जीवन में रहा ही होगा। यह सॉफ्ट टॉय रुई से बनता है जिसको एक भालू का आकर दिया जाता है। लड़कियां इससे खेलना ज़्यादा पसंद करती है। टेडी बेयर के साथ खेलने से हमारा मानसिक तनाव दूर होता है, और भावनात्मक विकास होता है। लेकिन, क्या आप इस प्यारे खिलोने के बनने के पीछे की कहानी जानते हैं? इस लेख में हम इसकी यही कहानी जानेंगे।
Teddy Bear कैसे बना
टेडी बियर का आविष्कार राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट के सम्मान में किया गया था। इसके कहानी सन् 1902 से जुड़ी है। 1902 में मिसिसिपी में एक भालू शिकार यात्रा का आयोजन हुआ था। वहां के गवर्नर Andrew H ने थियोडोर रूजवेल्ट को भी आमंत्रित किया था। शिकार करते समय समूह के अन्य शिकारियों के अलावा, थिओडोर को एक भी भालू नहीं मिला यानी एक भी भालू का वे शिकार नहीं कर पाए। यह सब देखते हुए होल्ट कोलियर के नेतृत्व में रूजवेल्ट के सहायकों ने एक काले भालू को घेर लिया और एक विलो पेड़ से बांध दिया। उन्होंने रूज़वेल्ट को बुलाया और सुझाव दिया कि वह इसे शूट कर दें। इसे धर्म के खिलाफ मानते हुए रूजवेल्ट ने भालू को गोली मारने से मना कर दिया। इस घटना की खबर पूरे देश में तेजी से फैल गई।
क्लिफ़ोर्ड बेरीमैन, एक राजनीतिक कार्टूनिस्ट ने इस बारे में एक लेख पढ़ा और भालू को गोली मारने से राष्ट्रपति के इनकार पर हल्का-फुल्का व्यंग्य करने का फैसला किया। बेरीमैन का कार्टून 16 नवंबर, 1902 को वाशिंगटन पोस्ट में छपा। ब्रुकलिन कैंडी दुकान के मालिक मॉरिस मिचटॉम ने कार्टून देखा और उन्होंने और उनकी पत्नी रोज़ ने मिलकर एक स्टफ्ड टॉय वाला भालू बनाने का फैसला किया। इसे राष्ट्रपति को समर्पित किया। उन्होंने इसे ‘टेडी बियर’ कहा।
थिओडोर से उनका नाम इस्तेमाल करने की इजाज़त मिलने के बाद, मिचटॉम ने भारी संख्या में खिलौने वाले भालू का उत्पादन किया जो इतना लोकप्रिय था कि उन्होंने जल्द ही आइडियल टॉय कंपनी की स्थापना की।
आपको बता दें कि 1907 में, मिशिगन के रेव. माइकल जी. एस्पर ने अपनी मंडली को चेतावनी दी कि टेडी बियर एक “भयानक राक्षस” है जो बचपन की गुड़ियों की जगह ले लेगा और जन्मदर में गिरावट लाएगा। 1900 की शुरुआत में अन्य अमेरिकियों को डर था कि टेडी बियर से लड़कियों में मातृ प्रवृत्ति विकसित नहीं होगी, जिससे “जाति आत्महत्या” होगी।
तो इस तरह हम सबका मनपसंदीदा खिलौना teddy bear बना।
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