23 Jan. Vadodara: रिज़र्व ब्बैंक ऑफ़ इंडिया एक बड़ा फैसला ले सकता है। RBI 5, 10 और 100 रूपए की पुराणी सीरीज की नोटों को वापस ले सकता है। लेकिन इन नोटों को रद्द या नियम के अनुसार एक झटके में वापस नहीं लिए जाएंगे। यानी की इससे तय है की नोटेबंदी जैसी परिस्थिति फिर देखने को नहीं मिलेगी।
रिज़र्व बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर बी. महेश एक कार्यक्रम के दौरान बताया था कि मार्च अप्रैल तक पुराणी सीरीज की 5, 10 और 100 की रूपए की नोट बंद करने का इरादा है। 2019 में ‘रानी की वाव’ का चित्र दर्शाने वाली बैंगनी रंग की 100 रूपए की नोट ली गयी थी। जो की, आगे इस नोट को कायदे के अनुसार यथावत रहने की बात को उस समय स्पष्ट किया गया था।
उन्होंने कहा था कि अप्रैल तक 100 रूपए की नोट वापस ले ली जाएगी। इस नोट को पिछले 6 साल से छापा जा रहा है। इस नयी नोट को छापने के पीछे पुराणी नोटों को बंद कर देने का इरादा है, न की नोटबंदी करने का। इससे लोगों किसी भी तरह की परेशानी न होने की उम्मीद जताई गयी है।
उन्होंने 10 रूपए के सिक्के पर बात करते हुए कहा था की लोग 10 रूपए के सिक्के को स्वीकारते नहीं है। बंद करने की अफवाह सही नहीं है। बैंकों और आरबीआई पर 10 रुपये के सिक्कों का बोझ बढ़ गया है। यह बैंकों के लिए भी परेशानी का सबब बन रहा है।
उन्होंने 20 के नोट चलने की बात पर कहा कि 2000 के चल रहे नोटों की छपाई रुकती नहीं है। भले ही पिछले 2 साल में इस दर की नोट को छापने के लिए तनकशाल में कोई सूचना नहीं भेजने के बावजूद नोटों को न छापने की बात योग्य नहीं है। वित्त राज्यमंत्री ने भी कहा था कि तालाबंदी के कारण नोटों को छापने का काम कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था और फिर शुरू कर दिया गया था।
RBI 2019 में 100 रूपए की नयी नोट जारी की थी
2019 में रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने लेवेंडर रंग के 100 रूपए की नोट जारी की थी। जिसमें गुजरात राज्य के पतन में सरस्वती नदी के किनारे प्रख्यात स्टेपवेल ‘रानी की वाव’ की फोटो दर्शायी गयी है। RBI ने नयी नोट को जारी करते हुए कहा था कि, आगे जारी की गयी तमाम 100 रूपए के नोट कानूनी टेंडर के लिए भी जारी रहेगी। 8 नवंबर 2016 को नोटेबंदी के बाद सेंट्रल बैंक ने 2000 और 200 रूपए की नोटों को जारी कर दिया था।
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