आज पूरे देश में 76वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह 10:30 बजे कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। इसके बाद 21 तोपों की सलामी दी गई और भव्य परेड की शुरुआत हुई।
राष्ट्रपति मुर्मू इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के साथ बग्घी में बैठकर कर्तव्य पथ पहुंचीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे पहले वहां पहुंचे और गणमान्य अतिथियों से मुलाकात की।
विशेष आकर्षण
- पहली बार एक मां-बेटे को एक साथ राष्ट्रपति सम्मान मिला। लेफ्टिनेंट जनरल साधना नायर को अति विशिष्ट सेवा मेडल और उनके बेटे तरुण को वायुसेना मेडल से नवाजा गया।
- आर्म्ड फोर्स के 93 जवानों को वीरता पुरस्कार दिए गए, जिनमें 2 कीर्ति चक्र और 14 शौर्य चक्र शामिल हैं।
गणतंत्र दिवस परेड की खास झलकियां
- इंडोनेशिया के जवानों ने इस बार पहली बार परेड में भाग लिया।
- कल्चर मिनिस्ट्री के 300 कलाकारों ने वाद्य यंत्रों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दी।
- तीनों सेनाओं के हेलिकॉप्टरों ने आसमान से फूल बरसाकर परेड की शुरुआत की।
राज्यों की झांकियां
- उत्तर प्रदेश की झांकी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ पर आधारित थी।
- मध्य प्रदेश ने ‘चीता – द प्राइड ऑफ इंडिया’ थीम पर झांकी प्रस्तुत की, जिसमें कूनो नेशनल पार्क के चीतों को दर्शाया गया।
- दिल्ली की झांकी ‘क्वालिटी एजुकेशन’ पर आधारित थी, जिसमें सरकारी स्कूलों में हुए आधुनिकीकरण को दर्शाया गया।
रक्षा क्षेत्र में नवाचार
इस वर्ष परेड में सेना ने कई अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन किया, जिसमें बैटलफील्ड सर्विलांस सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल, प्रलय शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल, सारथ इन्फैंट्री कैरियर और पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर शामिल थे।
महिला सशक्तिकरण का प्रदर्शन
परेड में CRPF का ऑल-वुमेन कंटिंजेंट प्रमुख आकर्षण रहा, जिसने दर्शकों को गर्व और प्रेरणा से भर दिया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने 6 स्तरों की सुरक्षा व्यवस्था की। 15,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए और 100 से अधिक AI-युक्त कैमरों के माध्यम से निगरानी की गई।
इस वर्ष की परेड ने भारत की सांस्कृतिक विविधता, सैन्य शक्ति और सामाजिक प्रगति का भव्य प्रदर्शन किया। यह देखना गर्व की बात है कि भारत अपनी परंपराओं को निभाते हुए प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। राज्यों की झांकियां और महिला सशक्तिकरण की झलक देश की विकास यात्रा को प्रदर्शित करती हैं। गणतंत्र दिवस न केवल उत्सव है, बल्कि यह हमें हमारे संविधान और राष्ट्र की उपलब्धियों की याद दिलाता है।
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