30-05-22
अमेरिका 2021-22 में भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर बन गया है। पहले चीन सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर था। ये दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों को दर्शाता है। ट्रेड एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले वर्षों में भी अमेरिका के साथ बाइलेटरल ट्रेड बढ़ने का सिलसिला जारी रहेगा क्योंकि भारत और अमेरिका अपने आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने में लगे हैं।
कॉमर्स मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक 2021-22 में अमेरिका और भारत के बीच बाइलेटरल ट्रेड 119.42 अरब डॉलर रहा। 2020-21 में यह 80.51 अरब डॉलर था। अमेरिका को निर्यात 2021-22 में बढ़कर 76.11 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 51.62 अरब डॉलर था। 2020-21 में लगभग 29 अरब डॉलर की तुलना में आयात बढ़कर 43.31 अरब डॉलर हो गया।
आंकड़ों से पता चलता है कि 2021-22 के दौरान, चीन के साथ भारत का बाइलेटरल ट्रेड 115.42 अरब डॉलर हो गया जो 2020-21 में 86.4 अरब डॉलर था। चीन को 2020-21 में 21.18 अरब डॉलर का निर्यात किया। पिछले वित्त वर्ष में ये 21.25 अरब डॉलर था। वहीं 2021-22 में आयात लगभग 65.21 अरब डॉलर से बढ़कर 94.16 अरब डॉलर हो गया। 2021-22 में ट्रेड गैप बढ़कर 72.91 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 44 अरब डॉलर था।
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