21-07-2023
अहमदाबाद इस्कॉन ब्रिज में बुधवार रात को एक जगुआर कार ने 30 लोगो को रौंद दिया था। इस हादसे में 9 लोगो की मौत हो गई। और 15 लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है। इस हादसे के बाद गुजरात सरकार ने उच्चस्तर की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में अहमदाबाद कमिश्नर के अंतर्गत केस की तहकीकात जारी रखने का फैसला लिया गया। इस केस को एक हफ्ते में चार्जशीट देकर फास्ट ट्रैक कोर्ट केस में चलाया जाएगा।
हादसे के अपराधी तथ्य पटेल कार को 120 की स्पीड से चला रहे थे। ओवर स्पीड के चलते ये गंभीर हादसा हुआ। जिसके बाद वहा मौजूद भीड़ ने उसकी खूब पिटाई भी की। जिसके बाद तथ्य पटेल को भी हॉस्पिटल ले जाया गया। कार में तथ्य पटेल के साथ उसके पांच दोस्त आर्यन पांचाल,शान सागर, ध्वनि और मालविका पटेल भी थे। ये सभी दोस्त एक कैफे से वापस लौट रहे थे।
तथ्य पटेल के पुलिस को दिए एक बयान के अनुसार उसे वहा मौजूद लोग दिखाई नही दिए, उसका कहना था की अगर मुझे भीड़ दिख जाती तो में ब्रेक लगा देता। तथ्य की तरह ही ऐसे कई नौजवान है जो अपनी बाइक , कार को ओवरस्पीड में चलाते है। इन्हे न तो अपनी जान की कोई फिक्र होती है, और न ही किसी और की। सरकार द्वारा कई कदम उठाए जाते रहे है, इस तरह के रोड ऐक्सिडेंट को रोकने के लिए। लेकिन फिर भी रोड हादसे के आंकड़े ऊपर नीचे होते रहते है।
आपको बता दे साल 2017 में कुल 18631 एक्सीडेंट के केस हुए जिनमे 7663 लोगो की मौत हुई और 17955 लोग घायल हुए। इसी तरह 2018 में 18414 एक्सीडेंट में 8040 मौत और 17619 घायल। 2019 में 16503 एक्सीडेंट 7428 मौत और 15976 घायल। 2020 में 13407 एक्सीडेंट में 6200 लोगो की मौत और 11984 लोग घायल हुए। वही 2021 में 15200 एक्सीडेंट में 7457 मौत और 13722 घायल हुए। 2022 में 2021 के मुकाबले ये आंकड़े 2.23% बढ़कर 15,186 हुए है।
कई बार रोड ऐक्सिडेंट खराब रोड के चलते या अन्य किसी कारण से होते है। लेकिन अधिकतर एक्सीडेंट हमारी गलतियों की वजह से होते है। जैसे ओवर स्पीडिंग, नशे में गाड़ी चलाना, ड्राइवर का ध्यान भटक जाना, सीट बेल्ट और हेलमेट न पहनना या गलत तरह से ओवरटेक करना।
इन सभी कारणों में से अधिकतर एक्सीडेंट ओवर स्पीडिंग और नशे में गाड़ी चलाने की वजह से होते है। ओवर स्पीड में गाड़ी चलाने की वजह से अचानक ब्रेक लगाना मुश्किल हो जाता है जिससे ड्राइवर और सड़क पर चल रहे लोगो की जान खतरे में आ सकती है।
इन सभी बातों से वाकिफ होने के बावजूद ज्यादातर लोग ओवर स्पीड में ही गाड़ी चलाते है जिसमे अधिकतर संख्या नौजवानों की होती है।
ऐसे में मां बाप को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की जब भी वो अपने बच्चो को गाड़ी दे तो उन्हे सही तरह से ट्रैफिक रूल्स के बारे में बता दे। उनकी एक मस्ती मजाक में की जा रही ये हरकत किसी पर बहुत भारी पड़ सकती है।
रोड ऐक्सिडेंट से बचने के लिए सरकार द्वारा भी कई कदम उठाए गए है जैसे की नेशनल रोड सेफ्टी पॉलिसी, NHARSS, रोड मार्किंग्स, वाहनों में नई तकनीकों का इस्तेमाल, रोड निर्माण, लोगो को इन दुर्घटनाओं के बारे में जागरूक करने जेसी बाते शामिल है। इसके अलावा ये हमारा फर्ज बनता है की हम जब भी ड्राइव करे तो अपना और अपने आस पास के लोगो का ध्यान रखे।
हमारी एक गलती किसकी हस्ती खेलती जिंदगी उजाड़ सकती है।
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